अक्सर अख़बार या न्यूज़ चैनलों पर आपने डिप्लोमेट शब्द को कई बार पढ़ा और सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं, डिप्लोमेट क्या होता है, डिप्लोमेट किसे कहते हैं, और एक डिप्लोमेट की क्या भूमिका होती है, तो चलिए इस बारे में जानते हैं।
डिप्लोमेट क्या होता है
डिप्लोमेट वह प्रोफेशनल व्यक्ति होता है, जो की किसी देश की विदेश निति की ओर से काम करता है, वह दूसरे देशों में अपने देश की सरकार का प्रतिनिधित्व करता है। डिप्लोमेट को सरकार द्वारा चुना जाता है, और उनका काम दूसरे देशों के साथ, अपने देश के संबंधो को मजबूती प्रदान करना होता है, वे अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुवे इंटरनेशनल संबंधों को मजबूती प्रदान करने की दिशा में काम करते हैं।
डिप्लोमेट का उन सभी देशों में आना-जाना लगा रेहता जिनके साथ उनके राजनयिक और व्यपाकारिक संबंध होते हैं, और आमतौर पर डिप्लोमेट विदेशी देश में दूतावास या वाणिज्य दूतावास में कार्यरत होते हैं। कुलमिलाकर एक डिप्लोमेट विदेश से जुड़े मामलों चाहे वह व्यापार से जुड़ा हो, दो देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने से जुड़ा हो, युद्ध के मामलों से जुड़ा हो या दूसरे देश में रेह रहे देशवासियों के हितों से जुड़ा हो हर क्षेत्र में कार्य करते हैं।
भारत में डिप्लोमेट को एक (IFS) इंडियन फॉरेन सर्विसेज ऑफिसर के रूप में जाना जाता है, यह एक प्रतिष्ठित पद होता है, जिसमे एक IFS अधिकारी को विदेश में देश के मिशन और सरकार की विदेश निति के निर्माण तथा उसके निष्पादन के लिए कार्य करना होता है।
(IFS) आईएफ़एस ऑफिसर कैसे बने
इंडियन फॉरेन सर्विस यानि आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए कुछ तैय मापदंड निर्धारित हैं, जिन्हे पूरा करना आवश्यक है। सबसे पहले तो अभ्यार्थी का एक मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय में अच्छे अंकों के साथ ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। जिसके बाद अभ्यार्थी आईएफएस के लिए अपना फॉर्म भर सकता है, और उसकी तैयारी कर सकता है।
UPSC द्वारा प्रतिवर्ष सिविल सर्विसेज की परीक्षा आयोजित कराई जाती है, जिसमे अभ्यार्थी द्वारा परीक्षा में प्राप्त अंकों, रैंकिंग और प्रीफरेंस के आधार पर आईएफएस के लिए उनका चयन हो सकता है।
अब चलिए जानते हैं, आईएफएस बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए।
- वह भारत का नागरिक होना चाहिए।
- अभ्यार्थी की उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए।
- अभ्यार्थी का ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
- आईएफएस परीक्षा के लिए सिमित अवसर मिलते हैं, जिसके भीतर ही परीक्षा पास करनी होती है।
इसके साथ ही एक अभ्यार्थी में अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स, निर्णय लेने की क्षमता, लीडरशिप क्षमता, करंट अफेयर्स की जानकारी तथा दूसरे देशों के साथ संबंधो की समझ को भी देखा जाता है।
तो इस पोस्ट को पढ़कर आपको जानकारी हो गई होगी की आख़िर एक डिप्लोमेट क्या होता है, उनका कार्य क्या होता है, तथा डिप्लोमेट कैसे बना जा सकता है।
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