हेलो दोस्तों हमारे आज का लेख उन लोगों के लिए खास होने वाला है, जो मंच पर माइक पकड़कर बोलना तो चाहते हैं, लेकिन बोल नहीं पाते और हम में से बहुत से लोगों के साथ यह समस्या होती है। चलिए बात करते हैं, हमारे आज के टॉपिक ” माइक पर बोलने का तरीका ” की और जानते हैं कि मंच मे संचालन करते समय या किसी कार्यक्रम के दौरान माइक पर कैसे बोलें? क्या है माइक पर बोलने का सही तरीका?
ऐसी रोजमर्रा की लाइफ में इंसान से कुछ भी बुलवा लो वह किसी दूसरे को भाषण देने मैं कभी थकता नहीं है, और ना ही घबराता है, लेकिन वही जब उसे माइक पकड़ा कर मंच पर खड़ा कर दो और तब बोलने को कहो तो उसकी आवाज मानो कहीं खो सी जाती है, वह बोलना भूल जाता है, आवाज ही नहीं निकलती है, हाथ-पांव के साथ ही साथ आवाज तक काँपने लगती है, क्यों मैंने सही बोला ना। अगर आप सब के साथ भी यही होता है और आप भी प्रोफेशनल लोगों की तरह माइक पर बोलने का तरीका सीखना चाहते हैं, तो हमारे आज के लेख को जरूर पढ़ें।
अगर आप भी मंच पर बोलने की चाहत रखते हैं, और बड़े-बड़े पब्लिक स्पीकर्स की तरह बोलना चाहते हैं, तो आपको नीचे बताई गई इन कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, जिनसे आप स्टेज पर या माइक पर बोलने का तरीका जान जाएंगे, तो चलिए जानते हैं, वह बातें क्या है, जिन्हें समझ कर आप एक अच्छे वक्ता बन सकते हैं।
स्टेज पर कैसे बोला जाता है, माइक पर बोलने का तरीका सीखें
यदि आप भी बड़े-बड़े पब्लिक स्पीकर्स की तरह स्टेज पर बिना रुकावट के बोलने की चाहत रखते हैं, अपनी हिचक को दूर करना चाहते हैं, तो यह निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं।
Self-Confidence (आत्म विश्वास)
लोगों में सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी होने के कारण वे स्टेज पर आते ही घबरा जाते हैं, और सोचने लगते हैं, कि कहीं उनका मजाक तो नहीं बनेगा, लोग क्या कहेंगे? लोग क्या सोचेंगे? और इन सब बातों को सोच-सोच कर वह अपना आत्मविश्वास पूर्ण रूप से खो बैठते हैं और कुछ बोल ही नहीं पाते।
इसीलिए जब आप मंच पर बोल रहे होते हैं, तो आप मे सेल्फ कॉन्फिडेंस का होना बहुत महत्वपूर्ण है। अपने आप पर भरोसा रखें और अपनी बात को सही तरीके से प्रस्तुत करें। माइक पर या मंच पर बोलने से पहले आपको खुद पर विश्वास होना चाहिए कि आपका बोलना लोगों को पसंद आएगा, आपका संदेश लोगों तक पहुंचेगा जो उनके जिंदगी में कुछ बदलाव ला सकता है। निसंदेह ही शुरु में आपको थोड़ा समस्या आएगी लेकिन आप देखेंगे धीरे-धीरे आप एक परिपक्व वक्ता की तरह लोगों के बीच स्टेज पर बोलने लगेंगे।
अपनी भाषा को सुधारें
अगर आपकी भाषा थोड़ा सा भी कमजोर है, तो आपको उसे सुधारना चाहिए और इसके लिए आप किताबें पढ़ सकते हैं, क्योंकि मंच पर बोलने के लिए आपकी भाषा में सफाई का होना जरुरी है। एक- एक शब्द को बोलने पर ध्यान देना होता है, क्योंकि कई बार हड़बड़ाहट में लोगों के मुँह से गलत शब्द निकल जाते हैं, जिससे दूसरों के सामने उनका मजाक बन जाता है। इसीलिए जो भी बोलें सोच समझकर बोलें।
ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें
“Practice makes a men perfect” यह कहावत तो आप सभी ने सुनी ही होगी। किसी भी चीज की अगर बार-बार प्रैक्टिस करी जाये तो आप उसमे परफेक्ट हो सकते हैं। तो आप अपने घर वालों, अपने दोस्तों के साथ या किसी भी क्लब में जाकर प्रैक्टिस करें और उनसे फीडबैक लें, कि आपको किन चीजों पर काम करने की जरुरत हैं, स्टेज पर बोलने से जुड़ी वे क्या-क्या चीजे है, जिन्हे सुधारने की जरूरत है।
अपनी ऑडियंस को जानने का प्रयास करें
अगर आपको पता लग जाए कि आपकी ऑडियंस को क्या पसंद है, और क्या नहीं तो आप अपनी बातों को ऑडियंस के हिसाब से customize कर सकते हैं, और बोलते समय अपनी बातों में उदाहरण और questions का इस्तेमाल जरूर करें।
अपनी आवाज और बोलने के तरीके पर ध्यान दें
जब भी आप किसी भी प्रकार के public speaking event मैं होते हैं, तो आपकी आवाज और आपके बोलने का तरीका बहुत मायने रखता है। इसीलिए आपको अपनी आवाज सॉफ्ट रखनी चाहिये जिससे आपके बोलने का तरीका और attractive बन जायेगा। माइक पर बोलते समय आपका ध्यान आपके शब्दों पर होना चाहिए और साथ ही माइक से थोड़ा सा दूरी बना कर बोलें।
अपने विषय का पूर्ण ज्ञान होना
जिस टॉपिक पर आप बोलने वाले हैं, आपको उस टॉपिक का पूर्ण ज्ञान होना जरूरी है, और टॉपिक के पूर्ण ज्ञान का होना आपके अंदर के डर को समाप्त कर देता है। यदि आपको अपने टॉपिक का पूर्ण ज्ञान होगा तो आपको कोई गलती होने का डर नहीं रहेगा और आप अच्छी तरह से अपनी बात लोगों तक पहुंचा पाएंगे।
धीरे धीरे बोलें
माइक पर बोलने का मतलब यह कतई नहीं है, कि आपको लगातार बोलते रहना है। इससे सुनने वाले व्यक्ति को लगेगा कि आप बस किसी चीज को पढ़कर उन्हें सुना रहे हैं। लेकिन बोलने का सही तरीका यही होता है, कि आपको अपने शब्दों के बीच थोड़ा सा अंतराल रखना चाहिए और अपनी बात को धीरे-धीरे बोलना चाहिए। इससे आपको सुनने वाले व्यक्ति आपकी बात को अच्छे से सुन और समझ सकते हैं।
चेहरे पर हल्की सी मुस्कान रखें
चेहरे पर मुस्कान का होना हमारे आत्मविश्वास को दर्शाता है। मुस्कान के साथ बोलने से काफी हद तक हमारा डर भी कम हो जाता है और श्रोता भी हमारी बात को ध्यान से सुनते हैं।
एक ही बात को बार-बार ना दोहराएं
एक ही बात को बार-बार ना दोहराए इससे आपको सुनने वाले लोग बोर हो जाएंगे या हो सकता है, उन्हें आप पर गुस्सा आने लगे और वह आपकी बातों को सुने ही ना। इसलिए जितना हो सके अपनी बातों को दोहराने से बचें।
आसान शब्दों का प्रयोग करें
बोलने के 2 तरीके होते हैं, एक है कठिन और दूसरा है, आसान। वैसे तो दोनों ही तरीके सही है, लेकिन आपको मंच पर बोलते समय आसान शब्दों का प्रयोग करना चाहिए ताकि हर कोई आपकी बात को समझ सके।
दूसरों से प्रेरणा लें
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें हर कोई सुनना चाहता हैं। ऐसे लोगों की बात को हर कोई पसंद करता है, और उन्हें ध्यान से सुना जाता है। अगर आप भी बोलना सीख रहे हैं, तो आपको इन लोगों को ध्यान से सुनना चाहिए और इन से प्रेरणा लेनी चाहिए। यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि वह कैसे अपनी बात को बोल रहे हैं और कौन से शब्दों का प्रयोग कहां पर कर रहे हैं।
जब आप उन्हें ध्यान से सुन लेंगे और समझेंगे तो आप भी बहुत ही जल्द अच्छा बोलना सीख सकते हैं, और एक अच्छे स्पीकर बन सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों मंच पर या माइक से बोलना आप एक दिन मे नहीं सीख सकते हैं, लेकिन यदि आप लगातार प्रैक्टिस करते रहेंगे तो जरूर एक अच्छे स्पीकर बन सकते हैं। आज की पोस्ट मे आपने जाना माइक पर बोलने का तरीका क्या है, मंच पर कैसे बोला जाता है, और बताए गए इन तरीकों को आप किसी भी मंच पर या किसी भी कार्यक्रम के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं।
हमें उम्मीद है, हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी, और आप इन टिप्स को अपनाकर भविष्य में एक अच्छे स्पीकर बनेंगे, और स्टेज पर पब्लिक के सामने पुरे आत्मविश्वाश के साथ बोलने लगेंगे।
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