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संघर्ष ही जीवन है

संघर्ष ही जीवन है | संघर्ष का जीवन में क्या महत्व है।

हेलो दोस्तों हमारी आज की यह पोस्ट बहुत ही खास होने वाली है, इस पोस्ट में हम (Struggle) संघर्ष और जीवन के बारे में बात करने वाले हैं, कैसे संघर्ष जीवन का एक हिस्सा है, या कैसे संघर्ष ही जीवन है।

चाहे एक विद्यार्थी हो, नौकरी पेशा हो, व्यापारी हो, या एक गृहणी क्यों ना हो, सभी के मन में कभी ना कभी यह सोच जरूर आती है, की उन्हें कुछ आसानी से नहीं मिल पाता है, या उन्हें कुछ प्राप्त करने के लिए दूसरों से अधिक संघर्ष करना पड़ता है, तो ऐसे सभी लोगों को संघर्ष ही जीवन है, के इस लेख से कुछ ना कुछ जरूर सिखने को मिलेगा। 

संघर्ष ही जीवन है | जीवन में संघर्ष का होना क्यों जरुरी है।

हमारे जीवन का आधार ही संघर्ष है, जिस दिन व्यक्ति ने संघर्ष करना छोड़ दिया समझो उस दिन जीवन छोड़ दिया। इस संघर्ष को धरती का हर कोई प्राणी चाहे वह इंसान हो कोई पशु, पक्षी या फिर कोई भी सजीव वस्तु, शायद ही संसार का कोई प्राणी होगा जो अपने जीवन में संघर्ष का अनुभव ना कर पाया हो।

संसार में हर कोई अपने स्तर पर खूब सारा पैसा, बड़ा नाम, दौलत- शोहरत और अच्छी इज्जत कमाना चाहता है, यदि एक विद्यार्थी है, तो वह पढ़ाई में अव्वल आना चाहता है, चाहे जो भी कोई इच्छा हो या सपने हो जिन्हें व्यक्ति पाना चाहता है, वह सब बिना संघर्ष के प्राप्त नहीं किया जा सकता है। संघर्ष शब्द भले ही बोलने, पढ़ने या लिखने में छोटा नजर आता हो, लेकिन सही मायने में यह हमारे जीवन का आधार है, या यूं कहूं संघर्ष ही जीवन है, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। संसार में विद्यमान हर प्राणी का जीवन आधार संघर्ष है, हर किसी को अपना जीवन जीने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। 

संघर्ष ही प्रत्येक प्राणी के जीवन का आधार है, अगर मैं संघर्ष को 2 शब्दों में परिभाषित करूं तो व्यक्ति की सफलता और उसकी समझदारी (मेच्योरिटी) संघर्ष की ही देन होती है। संघर्ष मनुष्य जीवन को निखारता है, सवारता है, और उन्हें तराशकर ऐसा बना देता है, जिसकी प्रशंसा हर कोई करते नहीं थकता, सही मायने में संघर्ष ही हमें जीवन जीने की कला सिखाता है।

आज दुनिया में हर व्यक्ति सफल होना चाहता है और इस सफलता को पाने के लिए हर कोई दिन-रात मेहनत भी करता है, इसमें कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें अपने लक्ष्य की प्राप्ति आसानी से हो जाती है, तो कुछ ऐसे भी होते हैं, जो अपने लक्ष्य के पीछे बस भागते ही रह जाते हैं, लेकिन उन्हें समय पर सफलता नहीं मिल पाती है।

परंतु ऐसा बिल्कुल नहीं है, कि जो व्यक्ति आसानी से सफलता प्राप्त कर लेते हैं, वे संघर्ष नहीं करते हैं, या उन्होंने जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए संघर्ष नहीं किया होता है, हाँ यह जरूर हो सकता है, की उन्हें दूसरों के अपेक्षा कम संघर्ष करने पर ही सफलता हासिल हो गई हो, क्योंकि हर व्यक्ति की राह अलग होती है, और हर कोई अपने अनुसार अपनी राह चुनता है, जहाँ किसी को आसान राह मिलती है, तो किसी को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। 

ऐसे में वे लोग जो संघर्ष से हार मान जाते हैं, या हर बार अपने लक्ष्य प्राप्ति की राह में आने वाले संघर्ष से घबराकर पीछे हट जाते हैं, ऐसे लोग सफलता के पीछे बस भागते रह जाते हैं, वह अपने फेलियर से कुछ नहीं सीखते हैं, और हार मान लेते हैं। जो व्यक्ति अपने लक्ष्य पर पहुंचने तक हार नहीं मानते हैं, वे लोग ही असल मायने में जीवन जीने का मूल मंत्र सीख पाते हैं, क्योंकि सफलता पाने के लिए उन्होंने जो संघर्ष करा है, जो परिश्रम करा है, वह उन्हें बहुत कुछ सिखा देता है, और सबसे महत्वपूर्ण यह है, कि वे गिरकर संभलना और फिर से चलना सीख जाते हैं।

यही तो खासियत है, संघर्ष की जो इसे बिना हार माने पूरी लगन से करता है, यह उसका कायल हो जाता है और उसे जीवन जीने का तरीका सिखा देता है।

संघर्ष करने वाले की जीत होती है।

“लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती”

दोस्तों हमें यह दो पंक्तियां यह बताती हैं, कि अगर किसी चीज से हम डर गए तो हम उसे कभी नहीं कर पाएंगे और अगर हम कोशिश करते रहेंगे तो हमारी जीत पक्की है।

इसी तरह से अगर आप अपने लक्ष्य को पाना चाहते हैं, तो कभी भी उसे पाने के लिए करे जाने वाले संघर्ष से घबराए नहीं, और ना ही संघर्ष से डरकर अपने लक्ष्य को बदलें या उस से दूर भागें। यदि आप दिल से, और पूरी लगन के साथ किसी काम को करेंगे, उसे पाने या सीखने का प्रयास करेंगे तो आप कभी हार नहीं सकते, आपके द्वारा किया जा रहा निरंतर प्रयास ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचने में सफल बनाएगा।

आज हम इतिहास पढ़ते हैं, तो वह भी हमें यही बताता है, कि कामयाब होने के लिए हमें संघर्ष करना ही पड़ता है, बिना संघर्ष के हमें कभी कामयाबी नहीं मिल सकती है। आप सब सोचते होंगे, यह सब बातें पढ़ना-लिखना और बोलना कितना आसान है, लेकिन करना उतना ही मुश्किल। आज हम महान लोगों के बारे में जब पढ़ते हैं, तो हम उन्हें उनके किए हुवे संघर्ष की वजह से ही जानते हैं, और उसी की वजह से हम उन्हें याद करते हैं, उन्हें अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं, उनकी संघर्ष भरी कहानियों से हम मोटीवेट होते हैं।

इसलिए संघर्ष से घबराकर कभी भी भागना मत क्योंकि आज आपके द्वारा किया जाने वाला संघर्ष ही आपके आने वाले कल को बेहतर बना सकता है। आपका भाग्य भी आपको आपके द्वारा किए गए संघर्ष के अनुसार ही फल देता है, लेकिन यह भी सच है, कि हमारे जीवन में कई प्रकार की समस्याएं आ जाती हैं, चाहे वह सामाजिक हो पारिवारिक हो या किसी दूसरे प्रकार की समस्या और तब हम हमारे लक्ष्य के प्रति निरंतरता को बनाए रखने में थोड़ा डगमगा जाते हैं, और तब हमारा संघर्ष हमारे लक्ष्य के साथ ही साथ उन समस्याओं से लड़ना भी होता है।

लेकिन ऐसी स्थिति में आपको अपनी इच्छाशक्ति अपने दृढ़ संकल्प और अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति को मजबूत करना होता है, ताकि आप किसी भी प्रकार की समस्या का सामना कर सकें। बस व्यक्ति को अपना लक्ष्य नहीं भूलना चाहिए।

कठिन  परिश्रम ही सफलता की कुंजी है।

हमारा यह मानना है, कि प्रकृति ने संघर्ष की इस प्रक्रिया को इतना कठिन इसलिए बनाया है, क्योंकि बिना कठिन परिश्रम के व्यक्ति अपनी क्षमता को नहीं जान पाता है। यदि मान लें की यहां हमैं बिना संघर्ष के सब कुछ मिल भी जाए तो हम खुद को किसी अपाहिज के समान समझेंगे क्योंकि बिना संघर्ष के ना हम कुछ अनुभव कर पाएंगे ना ही कुछ सीख पाएंगे और ना ही कुछ समझ पाएंगे।

इसीलिए संघर्ष जरुरी है, क्योंकि संघर्ष व्यक्ति को जीने की कला सिखाता है, व्यक्ति को हार व जीत का पाठ पढ़ाता है, व्यक्ति को जीवन के अच्छे से अच्छे और बुरे से बुरे अनुभवों से अवगत कराता है, आपको आपकी पेहचान कराता है, और सबसे बड़ी बात आपसे आपको मिलाता है।

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।

यह शब्द तो आप सभी ने सुने ही होंगे, अगर व्यक्ति ठान ले तो जीत है, और मान ले तो हार। इसीलिए यदि आप चाहते हैं, आप समाज के लिए एक उदाहरण बने तो आपको आज से और अभी से इस पर चिंतन करना होगा और समझना होगा कि संघर्ष ही सफलता की इमारत की नींव है। भगवान श्री कृष्ण ने भी गीता में कहा है – जीवन एक संघर्ष है, और इसका सामना प्रत्येक व्यक्ति को करना पड़ता है।

मनुष्य जीवन एक ही बार मिलता है और कुछ लोग इस जीवन में इतिहास बनाकर हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं, और कुछ लोग बस खुद का वजूद तलाशते रह जाते हैं और भीड़ का एक हिस्सा बन कर रह जाते हैं। इसलिए अब यह आपको तैय करना होगा कि आप खुद को तराशकर एक सफल व्यक्ति बनेंगे या फिर चली जा रही भीड़ का एक हिस्सा बनकर रह जाएंगे।

हम तो यही कहेंगे कभी किसी दूसरे की बातों में ना आए क्योंकि यह जिंदगी आपकी है, आपके अपने सपने हैं, आपका अपना लक्ष्य है तो फिर फैसला भी आपका अपना ही होना चाहिए। यदि आप सफल होते हैं, तो इस सफलता की खुशी भी आपकी अपनी है और मंजिल भी आपकी।

निष्कर्ष

दोस्तों आपने जाना जीवन में संघर्ष का क्या महत्व है, और संघर्ष ही जीवन है यह क्यों कहा जाता है। तो आज ही यह संकल्प लें कि जो भी सपने आपने देखे हैं, उन्हें आप कठिन परिश्रम करके पूरा करेंगे। याद रखें अगर जीवन में संघर्ष नहीं तो जीवन में उन्नति नहीं।

हमें उम्मीद है, इस पोस्ट को पढ़कर आपको कुछ सीख जरूर मिली होगी और यदि बताई गई इन बातों को आप अपने जीवन में अपनाएंगे, संघर्ष से नहीं घबराएंगे तो आपकी जीत निश्चित है। यदि इस पोस्ट से जुड़े आपके कोई सवाल हैं, या हमारे लिए कोई सुझाव है, तो नीचे कमेंट द्वारा आप हमें बता सकते हैं। 

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